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Difference Between Savings and Current Account in India

Know the difference between savings and current account in India in Hindi. समझें दोनों खातों के बीच अंतर, लाभ, उपयोग और कौन-सा आपके लिए बेहतर है। FAQs

भारत में बैंक अकाउंट्स दो मुख्य प्रकार के होते हैं — Savings Account (बचत खाता) और Current Account (करंट खाता)। दोनों ही खाते पैसे रखने और लेन-देन के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन इनका उद्देश्य, उपयोग और सुविधाएँ काफी अलग होती हैं। इस लेख में हम difference between savings and current account in India को आसान भाषा में समझेंगे।

Difference Between Savings and Current Account in India



🔹 Savings Account (बचत खाता) क्या होता है?

बचत खाता एक ऐसा बैंक खाता होता है जिसे आमतौर पर व्यक्तिगत बचत और खर्चों को मैनेज करने के लिए खोला जाता है। यह खासकर उन लोगों के लिए उपयुक्त होता है जो हर महीने कुछ रकम बचाना चाहते हैं।

✳️ बचत खाते की विशेषताएँ:

  • ब्याज प्राप्त होता है: बचत खाते में जमा पैसे पर सालाना 2.5% से 6% तक ब्याज मिलता है।

  • न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता: कुछ बैंकों में जीरो बैलेंस सुविधा भी होती है, लेकिन कई बैंक न्यूनतम बैलेंस रखने को कहते हैं।

  • ATM, मोबाइल बैंकिंग की सुविधा: डिजिटल सेवाएँ मिलती हैं जैसे UPI, NEFT, IMPS, आदि।

  • लेन-देन की सीमा होती है: हर महीने एक सीमित संख्या में मुफ्त लेन-देन की सुविधा मिलती है।


🔹 Current Account (करंट खाता) क्या होता है?

करंट खाता मुख्यतः व्यापारियों, कंपनियों, फर्म्स, या प्रोफेशनल्स के लिए होता है, जो दिन में कई बार बड़े-बड़े लेन-देन करते हैं।

✳️ करंट खाते की विशेषताएँ:

  • ब्याज नहीं मिलता: इस खाते में जमा राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलता।

  • अनलिमिटेड ट्रांजैक्शन: कोई ट्रांजैक्शन लिमिट नहीं होती — जितनी बार चाहे पैसे जमा या निकाल सकते हैं।

  • हाई मिनिमम बैलेंस की शर्त: अक्सर ₹10,000 से ₹1 लाख तक का न्यूनतम बैलेंस रखना जरूरी होता है।

  • ओवरड्राफ्ट सुविधा: बैंक जरूरत के अनुसार खाते में लिमिट से ज्यादा पैसे निकालने की सुविधा दे सकता है।


🆚 Savings Account और Current Account में अंतर

विशेषताएँSavings Account (बचत खाता)Current Account (करंट खाता)
उद्देश्यव्यक्तिगत बचत के लिएव्यापारिक लेन-देन के लिए
ब्याजहाँ, मिलता है (2.5%-6%)नहीं मिलता
ट्रांजैक्शन की सीमासीमितअसीमित
मिनिमम बैलेंसकम या जीरो बैलेंस विकल्पअधिक (₹10,000 से ₹1 लाख तक)
ओवरड्राफ्ट सुविधानहींहाँ
उपयुक्त उपयोगकर्ताछात्र, नौकरीपेशा, आम नागरिकव्यापारी, कंपनियाँ, व्यवसायी

🔍 कौन-सा अकाउंट आपके लिए सही है?

✔️ अगर आप:

  • महीने में सीमित लेन-देन करते हैं

  • पैसे बचाने की आदत डालना चाहते हैं

  • ब्याज प्राप्त करना चाहते हैं
    तो Savings Account आपके लिए बेहतर रहेगा।

✔️ लेकिन अगर आप:

  • एक व्यापारी हैं या कंपनी चलाते हैं

  • हर दिन कई लेन-देन करते हैं

  • बड़े अमाउंट्स डील करते हैं
    तो Current Account आपके लिए अधिक उपयुक्त रहेगा।


🏦 Savings और Current Account खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स

👉 बचत खाता के लिए:

  • आधार कार्ड

  • पैन कार्ड

  • पासपोर्ट साइज फोटो

  • एड्रेस प्रूफ

  • फॉर्म भरना

👉 करंट खाता के लिए:

  • आधार + पैन कार्ड

  • बिजनेस रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट

  • GST सर्टिफिकेट (यदि हो)

  • पार्टनरशिप डीड (यदि फर्म हो)

  • MOA/AOA (यदि कंपनी हो)


(Conclusion)

Difference between savings and current account in India को समझना बहुत जरूरी है, खासकर तब जब आप अपना पहला बैंक खाता खोलने जा रहे हैं या बिजनेस शुरू करने का प्लान बना रहे हैं।

जहाँ बचत खाता आम लोगों के लिए है और ब्याज के साथ सीमित सुविधाएं देता है, वहीं करंट खाता व्यापारियों के लिए है जो दिनभर में असीमित ट्रांजैक्शन करते हैं। अपने उपयोग और ज़रूरत के हिसाब से सही अकाउंट चुनना आपके पैसे को सुरक्षित और सुविधाजनक बना सकता है।


📌 FAQs: Savings vs Current Account in India

Q1. क्या मैं एक साथ बचत और करंट दोनों अकाउंट रख सकता हूँ?
हां, आप दोनों खाते एक साथ रख सकते हैं, खासकर अगर आप एक साथ नौकरीपेशा और व्यवसायी हैं।

Q2. क्या करंट अकाउंट में ब्याज मिलता है?
नहीं, करंट अकाउंट में जमा राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलता।

Q3. कौन से बैंक सबसे अच्छे हैं बचत खाता खोलने के लिए?
SBI, HDFC, ICICI, Axis Bank, Kotak Mahindra – ये सभी अच्छे विकल्प हैं।

Q4. क्या जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट होता है?
हां, कई बैंक जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट की सुविधा देते हैं, जैसे PM Jan Dhan Yojana अकाउंट।

Q5. करंट अकाउंट खोलने में कितना समय लगता है?
अगर सभी डॉक्यूमेंट सही हों, तो 1-2 दिन में अकाउंट एक्टिवेट हो जाता  है।

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